आज है भारतीय राजनीति के भीष्म पितामह कहलाने वाले पूर्व पीएम अटल बिहारी वाजपेयी की जन्मतिथि, पीएम मोदी ने इस तरह किया याद

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भारत देश के पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी बाजपेई की आज 97वीं जयंती है. उन्होंने भारतीय जनता पार्टी को कामयाबी के शिखर पर ले जाने में बहुत बड़ी भूमिका निभाई है. देश के प्रति उनके कर्तव्यों को हर कोई याद करता है. बता दें कि पूर्व पीएम बाजपेई जी की जयंती पर पीएम मोदी ने उन्हें याद करते हुए ट्वीट किया है.

उन्होंने ट्वीट करते हुए लिखा कि, “आदरणीय अटल जी को उनकी जयंती पर कोटि-कोटि नमन. अटल जी की जयंती पर उन्हें याद कर रहा हूं. उनकी देश सेवा हम सभी के लिए प्रेरणा है. उन्होंने भारत को मजबूत अध्यक्ष बनाने के लिए अपना जीवन समर्पित कर दिया. उनके द्वारा किए गए विकास कार्यों ने लाखों भारतीयों के जीवन को प्रभावित किया.”


वहीं, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने भी उन्हें याद करते हुए ट्वीट किया कि, “मां भारती का परम वैभव लौटाने को जीवन का ध्येय बनाकर अटल जी ने अपने अधिक सिद्धांतों व अद्भुत कर्तव्यनिष्ठा से देश में अंत्योदय व सुशासन की कल्पना को चरितार्थ कर भारतीय राजनीति को नई दिशा दी. ऐसे आदित्य राष्ट्रभक्त आदरणीय श्री अटल बिहारी वाजपेई जी की जयंती पर उन्हें चरण वंदन.”


भारत देश के विकास और कामयाबी के लिए अटल बिहारी बाजपेई का बहुत योगदान रहा. 1990 के दशक में वह पार्टी का मुख्य चेहरा बनकर उभरे और केंद्र में पहली बार बीजेपी के नेतृत्व में सरकार बनी. इसके बाद साल 1996 में पहली बार अटल बिहारी वाजपेई केवल 13 दिन के लिए ही प्रधानमंत्री पद पर रहें. संसद में सरकार पूर्ण बहुमत हासिल नहीं कर पाई जिसकी वजह से सरकार गिर गई, इसके बाद तीसरी बार साल 1999 से साल 2004 तक के लिए अटल बिहारी वाजपेई भारत के प्रधानमंत्री पद पर बने रहे.


उन्हें साल 1998 में हुए पोखरण परमाणु परीक्षण और साल 1999 के कारगिल युद्ध के दौरान भारत की जीत के लिए याद किया जाता है. वो पहली बार साल 1957 में जनसंघ के टिकट पर उत्तर प्रदेश के बलरामपुर सीट से जीत दर्ज कर लोकसभा पहुंचे थे.


उनका लोकसभा पहुंचने का कार्यक्रम बड़ा ही रोचक था क्योंकि बलरामपुर सीट से जीत दर्ज कर जब वो लोकसभा पहुंचे उसके बाद अलग-अलग क्षेत्रों (ग्वालियर, नई दिल्ली, लखनऊ) से अटल बिहारी बाजपेई 10 बार लोकसभा के लिए चुने गए. हालांकि, साल 1962 से 1967 और 1986 में राज्यसभा के भी सदस्य रहें.


अटल बिहारी वाजपेई का जन्म 25 दिसंबर 1924 को ग्वालियर के शिंदे के बाड़ा मोहल्ले में हुआ था. उनके परिवार के बारे में आपको बताएं तो बाजपेई जी के पिता का नाम कृष्ण बिहारी वाजपेई और माता का नाम कृष्णा बाजपेई था. उनके पिता टीचर थे. अटल बिहारी बाजपेई के परिवार में उनके तीन बड़े भाई और तीन बहनें थी. उन्होंने आठवीं तक की पढ़ाई की और बाद में ग्रेजुएशन के लिए ग्वालियर के विक्टोरिया कॉलेज में दाखिला लिया. इसके बाद कानपुर के डीएवी कॉलेज से उन्होंने पॉलिटिकल साइंस में एमए की डिग्री हासिल की. 16 अगस्त साल 2018 को राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के एम्स में लंबी बीमारी के बाद उन्होंने अंतिम सांस ली.