अपको बता दें कि काशी विश्वनाथ कॉरिडोर का कार्य समाप्त हो चुका जैव और वो बन कर तैयार हो चुका । आपको बता दें की ये प्रधानमंत्री मोदी का ड्रीम प्रोजेक्ट था। और 13 दिसंबर को वो खुद इसका लोकार्पण कर इसे जनता को समर्पित करेंगे।वाराणसी को उत्तरप्रदेश की प्राचीन धार्मिक नगरी के नाम से जाना जाता है और ये काशीविश्वनाथ गलियारा भी यही मौजूद है । आपको बता दें की पुराणो और सांस्कृतिक रूप से काशी विश्व नाथ का बहुत महत्व माना जाता है और इसी काशी विश्वनाथ गलियारे को दुनिया के सामने नए तरीक़े से पेश करने का कार्य चल रहा था जो अब पूर्ण हो चुका है।
और साथ ही ‘श्री काशी विश्वनाथ धाम’ का परिसर अपनी सुंदरता मोहकता से पूरी दुनिया का ध्यान अपनी और खींचने लिए तैयार बैठा है। आपको बता दें कि 13 दिसंबर को PM मोदी वाराणसी यात्रा के समय काशी विश्वनाथ मंदिर के साथ साथ परिसर के काम को पूरा होने बाद लोगों के हाँथो में इसे सौंप देंगे। इस प्रोजेक्ट से जुड़े अधिकारियों का कहना है कि गंगा और विश्व धाम के बिल्कुल बीच में अब राष्ट्रीयता का प्रतीक चिन्ह भी नज़र आएगा। और साथ ही ये पूरी दुनिया में काशी को अलग नाम अलग पहचान अलग रुतबा दिलाएगा।
8 मार्च 2019 में इस ड्रीम प्रोजेक्ट की शुरुआत PM मोदी द्वारा की गयी थी। और योगी आदित्यनाथ भी इसका परीक्षण करने आते रहे है। काशीविश्वनाथ धाम के अंदर भारत माता, कार्तिकेय, रानी अहिल्या बाई और आदि शंकराचार्य की मूर्ति बनायी गयी है। और जल्द ही PM मोदी इसकी सौग़ात वनारस वासियो को देने वाले है ।