बॉलीवुड एक्ट्रेस ऐश्वर्या राय बच्चन से पनामा पेपर्स मामले में ईडी (प्रवर्तन निदेशालय) की पूछताछ पूरी हो गई है. करीब 7 घंटों तक ईडी ने उनसे पूछताछ की. बता दें कि अब बॉलीवुड के सुपरस्टार और ऐश्वर्या राय बच्चन के ससुर अमिताभ बच्चन भी जांच के दायरे में हैं. वहीं, इससे कुछ महीने पहले अभिनेता और ऐश्वर्या राय बच्चन के पति अभिषेक बच्चन भी ईडी ऑफिस पहुंचे थे और कुछ दस्तावेज भी सौंपे थे.
आपको बता दें कि सोमवार को ईडी ने राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के लोक नायक भवन में करीब 7 घंटे तक ऐश्वर्या से पूछताछ की. बताया जा रहा है कि ईडी के ऑफिसर्स ने ऐश्वर्या के लिए पहले से ही सवाल तैयार किए हुए थे. सवाल जवाब के बाद ऐश्वर्या शाम को 7:30 बजे ईडी दफ्तर से रवाना हुई.
जानकारी के मुताबिक, पनामा पेपर्स मामलें में भारत के करीब 500 लोगों के शामिल होने की बात सामने आई थी जिसमें हर वर्ग (नेता, अभिनेता, खिलाड़ी, बिजनेस मैन)के लोग शामिल हैं. इन सभी पर टैक्स की हेराफेरी का आरोप है जिसको लेकर ही जांच पड़ताल की जा रही है.
अब अगर इस पूरे मामलें को समझने की कोशिश की जाए तो साल 2016 में ब्रिटेन में पनामा की लॉ फर्म में 1.15 करोड़ टैक्स डॉक्यूमेंट लीक हुए थे. इस कड़ी में कई बड़ी हस्तियों के नाम सामने आए थे जिसमें बच्चन परिवार का नाम भी शामिल है. सूत्रों के मुताबिक, अमिताभ बच्चन को चार कंपनियों का डायरेक्टर बनाया गया था. इनमें से तीन तो बहामास में थी लेकिन एक वर्जिन आइसलैंड में. इन्हें साल 1993 में बनाया गया. इन कंपनियों की कैपिटल 5 हजार से 50 हजार डॉलर के बीच थी लेकिन यह कंपनियां उन शिप्स का कारोबार कर रही थी जिनकी करोड़ों में कीमत थी.
वहीं, जानकारी ये भी मिली है कि ऐश्वर्या राय बच्चन को पहले एक कंपनी का डायरेक्टर बनाया गया था, बाद में उन्हें कंपनी का शेयर होल्डर डिक्लेयर कर दिया गया. कंपनी का हेड क्वार्टर वर्जिन आइसलैंड में था और इस कंपनी का नाम अमिक पार्टनर्स प्राइवेट लिमिटेड था. साल 2005 में बनी यह कंपनी साल 2008 में ही बंद हो गई थी. बता दें कि इस कंपनी में ऐश्वर्या के माता पिता और भाई भी पार्टनरशिप में थे.