पूरी दुनिया में भारत का डंका बज रहा है. देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से भूटान के प्रधानमंत्री लोतेय त्शेरिंग काफी प्रभावित हुए हैं. भूटान ने शुक्रवार को अपने राष्ट्रीय दिवस के खास मौके पर देश का सर्वोच्च नागरिक सम्मान ‘नगदग पेल जी खोरलो’ पीएम मोदी को देने की घोषणा की है.

सूत्रों के मुताबिक, भूटान के पीएम लोतेय त्शेरिंग ने कहा कि, प्रधानमंत्री मोदी ने बिना शर्त के दोस्ती निभाई है और इन सालों में खासकर के कोरोना वायरस महामारी के दौरान काफी मदद भी की है. एक बयान के मुताबिक, भूटान के प्रधानमंत्री कार्यालय का पीएम मोदी को लेकर कहना है कि, वह इस सम्मान के हकदार है. भूटान के लोगों की ओर से बधाई. सभी मुलाकातों में प्रधानमंत्री मोदी को महान, आध्यात्मिक व्यक्ति पाया. व्यक्तिगत रूप से सम्मान का जश्न मनाने के लिए उत्सुक हूं.

आपको बता दें कि भारत के भूटान से संबंध काफी खास हैं. भारत भूटान का सबसे बड़ा व्यापार और विकास भागीदार बना हुआ है. इतना ही नहीं भारत ने भूटान में कई विकास परियोजनाओं को भी अपनी सहायता प्रदान की हुई है. जानकारी के मुताबिक, इसमें 1020 मेगावाट की ताला जलविद्युत परियोजना, पारो एयरपोर्ट और भूटान ब्रॉडकास्टिंग स्टेशन शमिल हैं.

दरअसल, जब कोरोना वायरस महामारी से पूरी दुनिया जूझ रही थी तो कोरोना वायरस को हराने के लिए वैक्सीन तैयार की जा रही थी. हर देश की ओर से हर संभव प्रयास किए गए लेकिन वैक्सीन को तैयार करने में समय लगा. वहीं, भूटान पहला ऐसा देश था जिसे सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया द्वारा निर्मित कोविड वैक्सीन को सरकार द्वारा गिफ्ट के तौर पर भेजा गया था. बता दें कि भारत से भूटान को कोविशील्ड वैक्सीन की डेढ़ लाख डोज की पहली खेप मिली थी जिसके बाद भी वैक्सीन पहुंचाई गई. इस तरह ही दोनों देशों के बीच आपसी संबंध और व्यापारिक संबंध बनें रहें जिसे लेकर पीएम मोदी की भूटान में एक खास छवि बनी है.