क्रिकेट का शौकीन आखिर कौन नही है,कोई थोड़ा तो कोई ज्यादा। क्रिकेट में लगने वाले चौके छक्के भी हम सभी को अपने से जोड़े रखते है. आपने युवराज सिंह और धोनी जैसे खिलाडियों के छक्के तो खूब देखे होंगे लेकिन क्या आप जानते है की एक भारतीय खिलाड़ी ऐसा भी है जिसने इतना लम्बा सिक्स मारा था की गेंद एक शहर को पार करते हुए दूसरे शहर में जा गिरी थी.अब आप सोच रहे होंगे की ऐसा भला कौन होगा तो चलिए आपको मिलवा देते है.

हम जिस खिलाडी की बात कर रहे है उनका नाम है कर्नल सीके नायडू, ये होल्कर सेना में सेनापति थे. इसलिए इनके नाम के साथ कर्नल लगाया जाता था. इनके बारे में कहा जाता है की इनका बल्ला एक दो रन नही बल्कि छक्के ही मारता था. जिस जमाने में खिलाडी डिफेन्स को तवज्जो देते थे उसी ज़माने में सीके नायुडू विस्फोटक बल्लेबाजी करने में यकीन करते थे.

1926 में आर्थर गलिंगा की अगुवाई में इंग्लैंड की टीम भारत आई जिसमे हिन्दू क्लब की तरफ से खेलते हुए इन्होंने एक मैच में 153 रन की पारी खेलते हुए 11 लंबे छक्के और 13 चौके जड़े थे.वो भी उस समय जब बाउंड्री आज की तरह छोटी नही होती थी आपको जानकारी रहे इसके लिए आपको ये बता देते है कि उस टाइम बाउंड्री 95 गज की हुआ करती थी. उनकीं प्रतिभा से दुनिया उस वक्त वाकिब हुई जब उन्होंने इंग्लैण्ड में खेलते हुए इन्होने इतना तेज शॉट मारा था की गेंद नदी को पार करके दुसरे शहर की सीमा में पहुच गई थी. ये मैच जिस मैदान में खेला जा रहा था वो इंग्लैंड की दो काउंटी वॉरविकशायर और वॉस्टरशायर के बॉर्डर पर था और एक नदी इन दोनों की सरहद थी, उनका ये छक्का लगभग 115 मीटर का बताया जाता है !
सीके ने महज 7 इंटरनेशनल मैच ही खेले. मगर 207 फर्स्ट क्लास मैच खेले जिनमें 35.94 के औसत से 11825 रन बनाए थे.
दाएं हाथ के इस बल्लेबाज ने अपने इस लंबे करियर में नायडू ने 26 सेंचुरी और 58 हाफ सेंचुरी जड़ीं. साथ ही सीके नायडू की पहचान ऑफ-ब्रेक फेंकने वाले स्पिनर के रूप में भी थी जिनके नाम 411 विकेट थीं.
1932 में सी. के. नायडू ने कमाल का खेल दिखाते हुए 32 छक्के लगाए थे. 1933 में सी. के. नायडू को विज़डन द्वारा ‘क्रिकेटर ऑफ़ द ईयर’भी चुना गया था।