22 सितम्बर 2019 को अमेरिका के ह्यूटन में पीएम मोदी howdy Modi इवेंट में 50 हज़ार से अधिक लोगों को संबोधित करेंगे. जिस मंच से पीएम मोदी अमेरिकी भारतीयों को संबोधित करेंगे उस वक़्त उसी मंच पर अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प और कई अमेरिकी सांसद मौजूद रहेंगे.
लेकिन अमेरिका में रहने वाले पाकिस्तानी मुस्लिमों और खालिस्तान समर्थकों ने पीएम मोदी के मेगा इवेंट का विरोध करने की तैयारियां शुरू कर दी है. ये विरोध प्रदर्शन किसी इंटरनेशनल humanitarian फाउंडेशन नाम की संस्था ने आयोजित किया है. बसों के जरिये प्रदर्शनकारियों को पीएम मोदी के कार्यक्रम स्थल NRG स्टेडियम तक ले जाया जाएगा. करीब 13 मस्जिदों और इस्लामिक केन्द्रों की एक सूचि जारी की गई है जहाँ से प्रदर्शनकारी बस पकड़ सकते हैं, जो उन्हें NRG स्टेडियम तक ले जायेगी.
बहुत बड़ी विडम्बना है कि दुनिया भर के देश इस्लामिक आतंकवाद से पीड़ित हैं, कई इस्लामिक देशों में मानवाधिकार नाम की कोई चीज नहीं है लेकिन खुद को मुसलमानों की हितैषी कहने वाली इंटरनेशनल humanitarian फाउंडेशन मोदी के खिलाफ प्रदर्शन कर रही है. इससे बड़ी बेशर्मी का नमूना आपको कहीं और देखने को नहीं मिलेगा. दावा के साथ कह सकते हैं कि ये सारे मुस्लिम पाकिस्तानी ही होंगे क्योंकि कश्मीर पर सबसे ज्यादा तिलमिलाया तो पाकिस्तान ही है. उनका तिलमिलाना और छटपटाना जायज भी है, मोदी ने कहीं मुंह दिखाने लायक नहीं छोड़ा. जहाँ भी जाते हैं वहां से इन्हें दुत्कारा ही जाता है.
वैसे तो ये संस्था ही फर्जी है. इतना भरी भरकम नाम इसलिए रखा गया है ताकि इसके नाम में वजन दिखे. इन्हें लगा इंटरनेशनल नाम रख भर लेने से ये अपना प्रोपगैंडा आराम से फैला लेंगे लेकिन जैसे ही इनके बस रूट की लिस्ट सामने आई इनकी असलियत खुल कर सामने आ गई.

बलूचिस्तान ने मानवाधिकार हनन पर ये संस्था खामोश रहती है, अफगानिस्तान में रोज होते बम ब्लास्ट पर ये संस्था खामोश रहती है, श्रीलंका में बम ब्लास्ट पर ये संस्था खामोश रहती है, कश्मीर में पाकिस्तान द्वारा फैलाए जा रहे आतंकवाद पर ये खामोश रहती है, जिस अमेरिका में ये फर्जी संस्था है वहीँ हुए 9/11 हमलों पर ये खामोश रहती है लेकिन जब मोदी और ट्रम्प एक मंच पर आने वाले हैं तो इस संस्था की मानवता जाग उठी.
एक तरफ जहाँ मोदी और ट्रम्प करोड़ों की डील साइन करेंगे, दुनिया को अपनी ताकत दिखायेंगे वहां ये ड्रामेबाज ह्युमिनिटेरियन कश्मीर बनेगा भिखमंगा -कश्मीर बनेगा भिखमंगा चिल्लायेंगे. भिखमंगा और पाकिस्तान एक दुसरे के पर्यायवाची बन चुके हैं. अपना खर्चा तो पाकिस्तानियों से चलता नहीं, कश्मीरियों का खर्चा कहाँ से उठाएंगे?
एक तरफ जहाँ दुनिया का सबसे बड़ा लोकतांत्रिक देश भारत और दुनिया का सबसे पुराना लोकतांत्रिक देश अमेरिका दुनिया को तरक्की और ताकत का सन्देश देंगे वहीँ दूसरी तरफ पाकिस्तानी हुमिनीटेरियन अपना वक़्त बर्बाद करेंगे. 72 सालों में उन्होंने इसके अलावा किया ही क्या है?