बरेली से विधायक राजेश मिश्रा की बेटी साक्षी मिश्रा के विडियो से शुरू हुआ बवाल अभी खत्म भी नहीं हुआ था की उससे मिलता जुलता एक और विडियो सामने आ गया है. विडियो बिहार के बेतिया का है जहाँ छावनी मोहल्ले के दो प्रेमियों ने भाग कर शादी कर ली और उसी तर्ज पर एक वीडियो शेयर किया.
वायरल विडियो में अंतरजातीय शादी कर ये नया जोड़ा लड़की के परिवार को ये हिदायत दे रहा है की वो उनको धमकी देना बंद कर दें, लड़की के मुताबिक वो बलिक है और उसकी शादी करने की उम्र है, उसने सबूत के तौर पर अपना आधार कार्ड भी दिखा दिया. लड़की आगे ये भी कहती है की अगर परिवार वाले उसकी ये बात नहीं मानते तो उनके इसका खामियाज़ा भुगतना पड़ेगा, क्यूंकि, वो कुछ ऐसा कर देगी जिसके बारे में वो सोच भी नहीं सकते. लड़की के पति का नाम नितेश यादव है जो की उसी मोहल्ले में किराने की दूकान संभालता था, उसने भी विडियो में कहा है की लोग उन दोनों को परेशान करना बंद करें दें. उन दोनों ने जो भी किया है, अपनी मर्ज़ी से किया है और उनका कोई भी दोस्त या रिश्तेदार ने इस काम में उनका साथ नहीं दिया है. पुलिस, दारोगा करके आप लोगों को कुछ नहीं मिलेगा. अगर आप लोग ये सोचते है कि हम लोगों को नाबालिग में फंसा देंगे तो यह आपकी भूल होगी. दोनों फिलहाल कहीं छुप कर रह रहे हैं.
यह वीडियो शहर से लेकर गांव तक के whatsapp ग्रुप्स में जम कर शेयर किया जा रहा है. लेकिन यहाँ एक बात समझ नहीं आ रही कि वीडियो में एक जगह पर अपनी बात खत्म कर जब लड़की का पति बोलना शुरू कर रहा होता है तो लड़की वीडियो में मुस्कुराने लगती है वो भी इतने गंभीर विषय पर बात करते हुए.
इस मामले की जानकारी मांगने पर कालीबाग ओपी के प्रभारी मनीष कुमार ने बताया कि उन्हें भी इस विडियो के बावद पता चला है. लेकिन अब तक हुई जाँच में सिर्फ इतना मालूम चला है कि लड़की बालिग है.
साक्षी का विडियो वायरल होने के बाद, ये बात लाज़मी है की इस तरह के और भी मामले सामने आएँगे, लेकिन इस नए प्रेमी जोड़े की कहानी क्या वाकई सच है, कही ये लोग साक्षी और अजितेश की तरह लाइमलाइट में आने के लिए ये काम तो नहीं कर रहे.

लोग अक्सर ऐसे विडियो को देख माँ बाप को ही दोषी मान बैठते हैं, अगर लड़की इस तरह सोशल मीडिया के ज़रिये अपने परिवार वालों से विरोध दर्ज करती है और धमकी देती है, तो वो भी घृणित सोच और मानसिकता को दर्शाता है. हमेशा ही ऐसे मामलों में जातिगत एंगल ढूँढ लिया जाता है. लेकिन इस बात को भी सोचा जाना चाचिए की कोई भी पिता चाहेगा की उसकी बेटी की शादी एक सब्रांत परिवार में हो, लेकिन अगर लड़की अपनी स्वेच्छा से उससे शादी करना चाहती है, तो वो न सिर्फ शादी कर सकती है बल्कि कानून की भी मदद ले सकती है. अगर ये जोड़ा चचता तो पुलिस के पास भी जा सकता है, अगर लड़की के घरवाले इनके शादी से सहमत नहीं थे और इन्हें परेशान कर रहे थे तो वो कानून का रास्ता भी तो अपना सकते थे, इनकी कहानी में कोई political एंगल भी नज़र नहीं आ रहा, तो फिर इन्हें ये विडियो जारी करने की क्या जरुरत आन पड़ी.
साक्षी का विडियो वायरल होने के बाद से ऐसा लग रहा है की एक नया चलन शुरू हो गया है की विडियो बनाओ और फेमस हो जाओ. ऐसे विडियो बना कर न सिर्फ वो समझ में भाग कर शादी करने का एक गलत संदेश भेज रहे हैं बल्कि सवर्णों के खिलाफ बाकी जातियों के मन में एक गलत अनुभूति फैला रहे हैं.