भारत विश्व का सबसे ज्यादा नौजवानों वाला देश है, लेकिन एसोचेम जैसे तमाम संस्थानों से ये बात उठती रहती है कि हमारे देश केवल 10 प्रतिशत का ग्रेजुएट ही नौकरी के लायक हैं. 2020 में माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के द्वारा लांच की गई नेशनल एजुकेशन पॉलिसी इस गैप को कम करने के तरफ एक बहुत बड़ी उम्मीद है.
इसी बेहद खास मुद्दे पर SkillingYou और COreHRIR के तरफ से नेशनल कॉन्क्लेव का आयोजन किया गया जिसका टॉपिक था “अकाडेमिया, इंडस्ट्री और NEP” जिसमें देश भर के 100 से ज्यादा एजुकेशन संस्थाओं के कुलपति, डायरेक्टर्स, कॉर्पोरेट HR हेड्स और सरकारी संस्थाओं से विशिष्ट लोगों ने भाग लिया.
इस कार्यक्रम का आगाज़ श्री सुभास सरकार “मिनिस्टर ऑफ़ स्टेट शिक्षा मंत्रालय, भारत सरकार” के वर्चुअल एड्रेस से शुरू हुआ.
आईआईएमसी के जनरल डायरेक्टर श्री संजय द्विवेदी तथा श्री समीर कुमार “हेड – PNBS एंड डिजिटल प्लेटफार्म” ने स्पेशल गेस्ट और मुख्य वक्ता के रूप में अपने संबोधन से कार्यक्रम की विधिवत शुरुवात की. दोनों मुख्य वक्ताओं ने रास्ट्रीय शिक्षा नीति को शिक्षा के क्षेत्र में एक बड़ा बदलाव बताया तथा, साथ शिक्षण संस्थाओं और कॉर्पोरेट को एक साथ आकर काम करने के सुझाव पर बल दिया.
इस रास्ट्रीय कॉन्क्लेव में पैनल डिस्कशन के माध्यम से IMS ग़ाज़ियाबाद के डायरेक्टर उर्वशी मक्कर, वर्ल्ड यूनिवर्सिटी ऑफ़ डिजाईन के कुलपति डॉ संजय गुप्ता, इयोन के डायरेक्टर अनिल झा, News एंकर अनुराग मुस्कान, डॉ नंदितेश निलय, डॉ नीरव मंदिर, अनिल गौर, डीके बक्शी, शिखा रस्तोगी जैसे विशिष्ट लोगों ने अपने विचार दिए.
वक्ताओं ने स्टूडेंट्स को शुरू में स्किल्स बेस शिक्षा पर बल दिया साथ ही उनके नैतिक मूल्यों पर काम करने को अमल में लाने के लिए बात कही. इस कार्यक्रम पर रास्ट्रीय शिक्षा नीति के फायदे, कमियाँ, उनके इम्प्लीमेंटेशन, टाइम लाइन और आगामी बदलाव पर एक्सपर्ट्स ने खुल कर संवाद किया. देश के जाने माने मोटिवेशनल स्पीकर ने टीचरशीप दिल से प्रोग्राम के माध्यम से टीचिंग को किस तरह से प्रभावी बनाया जाये, सिखाया.
कार्यक्रम के आखिर में SkillingYou के फाउंडर और सीईओ प्रवीण कुमार राजभर तथा COREHRIR के फाउंडर वीर भारत ने सभी एक्सपर्ट्स, डेलीगेट्स को उनके समय और संवाद के लिए धन्यवाद दिया.