वो 5 खिलाड़ी जिन्हें सौरव गांगुली ने बनाया क्रिकेट का स्टार, ये बड़े नाम भी शामिल

0
1022

1999-2000 भारतीय क्रिकेट टीम का सबसे बुरा समय जिस समय भारतीय क्रिकेट टीम के महान खिलाडियों पर मैच फिक्सिंग का आरोप लगा था । जिसके कारण मोहम्मद अजहरूद्दीन पर और सभी खिलाडियों पर प्रतिबंध लगा दिया गया । जिसके बाद भारतीय टीम में सौरव गांगुली को कप्तान बनाया गया। क्योंकि भारतीय टीम को उनसे अच्छा कप्तान नही मिल सकता था । और वो उस समय सबसे चहिते कप्तान थे सौरव गांगुली ने ना सिर्फ टीम को लड़ना सिखाया बल्कि उन्होंने टीम इंडिया को अपने जोश में ला दिया । वो अपनी कप्तानी में ट्रॉफि तो नही दिला सके लेकिन उन्होंने टीम इंडिया को कई सारी बड़ी सीरीज जिताई है उनके बदौलत टीम इंडिया को कई बड़े खिलाडी मिले जिन्होंने इंडिया को आज इस ऊँचाई पर ला दिया है जहाँ पहुचना हर क्रिकेट टीम का सपना होता है उन महान खिलाडियों में शामिल थे ये खिलाड़ी । जानिए नाम।

(1) महेंद्र सिंह धोनी –

भारत के सबसे सफल कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने अपना डेव्यू 2004 में किया था लेकिन उन्होंने 2005 मे टीम इंडिया में खेलना शुरू किया वे एक हिटर बल्लेबाज थे । लेकिन गांगुली ने अपनी जगह 3 नंबर पर उनको बल्लेबाजी करने के लिए भेजा । जिस पर उन्होंने टीम के लिए काफ़ी रन बनाये । कुछ समय बाद महेंद्र सिंह धोनी को टीम का कप्तान बनाया गया जिसके बाद धोनी ने अपनी कप्तानी मे टीम इंडिया को 3 ट्रॉफी दिलाई ।

(2) युवराज सिंह

युवराज ने 18 साल की उम्र में क्रिकेट में कदम रखा और ग़ज़ब का प्रदर्शन किया ।गांगुली युवा खिलाड़ियों पर बहुत भरोसा करते थे और उसी भरोसे पर युवराज खरे उतरे । और उन्होंने अपने करियर में इंलैंड के ख़िलाफ़ खेलते हुए लगातार 6 छक्के मार कर सबको असमंजस में डाल दिया ।

(3) वीरेंद्र सहवाग

वीरेंद्र सहवाग टीम इंडिया के हिटर बल्लेबाज रहे है जिन्होंने अपनी बल्लेबाजी करियर मे एक तिहरा और दोहरा शतक लगाया है इनका डेव्यू अजय जडेजा की कप्तानी में हुआ था।ये 6 वे नंबर पे बल्लेबाजी करते थे ।उसके बाद 2002 में उन्होंने ओपनिंग की और टीम इंडिया के महान ओपनर बल्लेबाज बन गए।

(4) हरभजन सिंह

टीम इंडिया के सबसे सफल स्पिनर
हरभजन सिंह ने 100 से ज्यादा टेस्ट मैच खेले है जिसमे इन्होंने 400 से ज्यादा विकेट लिए है।

(5) अशोक डिंडा

अशोक डिंडा के अंदर एक कमाल की पावर थी की वो कमाल की छलांग लगाने और स्विंग पैदा करते थे ।उन्होंने बहुत बार गांगुली को तारीफ़ का पात्र बताया । उन्होंने पहली श्रेणी में ही 420 विकेट ली है