एक तरफ प्रियंका गाँधी CAA के खिलाफ केंद्र और यूपी सरकार पर निशाने साध रही हैं वहीँ दूसरी ओर उनसे अपनी ही पार्टी के कार्यकर्ता नहीं संभल रहे. प्रियंका गांधी से करीबी दिखाने के चक्कर में कार्यकर्त्ता इतने अनुशासनहीन हो गए कि प्रियंका गाँधी के सामने ही आपस में भिड़ गए. कुछ ऐसा ही अराजक नाराजा दिख प्रियंका गाँधी के मेरठ दौरे के दौरान.
इन दिनों प्रियंका गाँधी उत्तर प्रदेश के शहर शहर घूम घूम कर CAA के खिलाफ हिं’सक प्रदर्शन करने वालों से मिल रही है. ये सभी प्रदर्शनकारी पुलिस कारवाई में घा’यल हो गए थे. ऐसे ही एक परिवार से मिलने प्रियंका गाँधी मेरठ पहुंची लेकिन वहां कार्यकर्ता आपस में ही भिड़ गए और पार्टी की फजीहत हो गई.
मेरठ यात्रा के दौरान प्रियंका गाँधी परतापुर इलाके में एक पीड़ित के घर पर गईं, जहां कांग्रेस पार्टी के कार्यकर्ता पहले बहस करते रहे और फिर नौबत धक्का मुक्की तक आ पहुंची। इस दौरान प्रियंका वहीं पर मौजूद थीं. बात तू-तड़ाक से होती हुई हाथापाई तक आ पहुंची. और ये सब हुआ प्रियंका गाँधी के सामने. घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया और लोग कांग्रेस पार्टी को ट्रोल करने लगे.
#WATCH Meerut: Scuffle broke out between Congress workers during Priyanka Gandhi’s visit in Partapur, earlier today. She was there to meet the families of the victims of the violence that broke out during protests against #CitizenshipAmendmentAct on Dec 20. pic.twitter.com/7UBpZtBNta
— ANI UP (@ANINewsUP) January 4, 2020
परिवार से मिलने के बाद प्रियंका गाँधी ने पुलिस की कार्रवाई पर सवाल उठाते हुए कहा कि बेगुनाह लोगों को ब’र्ब’रता से पीटा गया. राज्य में का विरोध के नाम पर हुई हिं’सा पर प्रियंका ने कहा ‘मैंने राज्यपाल को एक बहुत लंबी चिट्ठी भेजी है. उसमें पूरी डिटेल है कि पुलिस ने लोगों को किस तरह से पी’टा है. पुलिस ने बच्चों को भी जे’ल में डाला, जो बहुत गलत है.’
लेकिन इस दौरान प्रियंका ने ये एक बार भी ये नहीं कहा कि हिंसा फैलाना और सरकारी संपत्तियों को जलाना गलत है. शायद प्रियंका को वोटबैंक के नाराज हो जाने का डर हो. वही वोटबैंक जिसे बचाने के लिए, जिसे सहेजने के लिए प्रियंका शहरों की ख़ाक छान रही हैं.