चुनाव के बाद मंत्रिमंडल के गठन के बाद नितीश कुमार कि नाराज़गी बीजेपी से पूर्ण रूप से झलक रही है.. हाल में ही नितीश कुमार ने अपनी पार्टी का विस्तार किया और उसमें सिर्फ jdu के विधायक शामिल थे…अब जनता दल यूनाइटेड के राष्ट्रीय अध्यक्ष और बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की अध्यक्षता में रविवार को हुई राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में बड़ा फैसला लिया गया…… इसके अनुसार जेडीयू झारखंड सहित चार राज्यों में अपने दम पर विधानसभा चुनाव लड़ेगा… इसका मतलब कि पार्टी बिहार के बाहर अपना विस्तार करेगी

अब इसके बाद सबके मन में यह बात आ रही है
कि क्या बिहार में भी गठबंधन टूटेगा…तो नितीश कुमार ने यह स्पस्ट कर दिया है कि बिहार विधान सभा चुनाव में JDU बीजेपी के साथ मिल कर चुनाव लड़ेगी ..
और nda को और शक्शाली बनाएगी ….. .बैठक में पश्चिम बंगाल में
ममता बनर्जी के लिए चुनावी रणनीति बनाने
का फैसला कर विवादों में आए पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष
प्रशांत किशोर भी शामिल हुए… अनुमान यह लगाए जा रहे थे कि बैठक में प्रशांत किशोर इस
विवाद पर अपना पक्ष रखेंगे।…लेकिन उन्हें बोलने का मौका ही नहीं मिला…. बैठक में
राष्ट्रीय कार्यकारिणी के सदस्यों, विभिन्न प्रदेशों के
अध्यक्षों व बिहार के विभिन्न जिलाध्यक्षों ने शिरकत की… JDU ने फैसला किया है कि वो जम्मू-कश्मीर, झारखंड, हरियाणा और दिल्ली में आगामी चुनाव
अकेले लड़ेगी…..
जेडीयू केंद्रीय मंत्रिमंडल का भी हिस्सा नहीं है…. और हाल ही में नीतीश कुमार ने अपने मंत्रिमंडल का विस्तार किया, जिसमें जेडीयू के 8 नेताओं ने मंत्री पद की शपथ ली………. इसमें बीजेपी के किसी नेता ने शपथ नहीं किया गया….

वैसे आपको बता दें कि इससे पहले पिछले रविवार को जेडीयू ने इसे ‘अंतिम निर्णय‘ बताते हुए फैसला किया कि पार्टी कभी भी एनडीए के नेतृत्व वाले केंद्रीय मंत्रिमंडल का हिस्सा नहीं होगी…. जेडीयू के महासचिव और मुख्य प्रवक्ता के सी त्यागी ने बताया कि एनडीए द्वारा दिए गए एक कैबिनेट सीट का प्रस्ताव पार्टी द्वारा अस्वीकार्य था, इसलिए उन्होंने यह निर्णय लिया…
त्यागी ने बताया कि , ‘जो प्रस्ताव दिया गया था वह जेडीयू के लिए अस्वीकार्य था, इसलिए हमने फैसला किया है कि भविष्य में भी जेडीयू एनडीए के नेतृत्व वाले केंद्रीय मंत्रिमंडल का हिस्सा नहीं होगी, यह हमारा अंतिम निर्णय है।‘
बैठक में झारखंड विधानसभा के चुनाव को लेकर जेडीयू का बड़ा फैसला भी हुआ है… यह तय किया गया कि पार्टी वहां अकेले विधानसभा चुनाव लड़ेगी… मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने राष्ट्रीय सदस्यता अभियान की शुरुआत करते हुए कहा था कि झारखंड में विधानसभा चुनाव लड़ने का फैसला राष्ट्रीय कार्यकारिणी करेगी…… झारखंड से आने वाले नेताओं से इसपर राय ली जाएगी…
लेकिन यहाँ खास बात यह भी है कि जेडीयू बिहार के बाहर दूसरे राज्यों में अपनी अलग राजनीतिक गतिविधि चलाने कर राह पर है…. अरुणाचल प्रदेश में हाल में हुए विधानसभा चुनाव में जेडीयू ने भारतीय जनता पार्टी के खिलाफ 15 सीटों पर उम्मीदवार उतारे थे… अब जेडीयू ने झारखंड में विधानसभा चुनाव लडऩे का फैसला किया है….. झारखंड में बीजेपी की सरकार है….इन राजनितिक बातों को अलग रखकर देखे तो एक बात सोचने वाली होगी कि क्या नितीश कुमार के इस कदम से nda पर कोई असर नहीं पड़ेगा… भले वो बोल ले कि हम साथ है और रहेंगे लेकिन उनका इतिहास बातों से पलटने वाले सा रहा है…और यह भी देखना रोचक रहेगा कि कहाँ तक उनकी यह पहल सफल रहेगी….